Considerations To Know About sidh kunjika



श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.

श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः

ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

नमस्ते more info शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।

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